एडब्लू या नीले टैंक में क्या होता है और क्यों डाला जाता है?

  



एडब्लू क्यों जरूरी ?

  भारत सरकार द्वारा नया प्रदूषण नियंत्रण मानदंड भारत स्टेज ६ लागू करने के बाद अब जरूरी हो गया है की वाहनों से निकलने वाले धुएं से पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाले हानिकारक गैसों जैसे नाइट्रोजन ऑक्साइड और सल्फर ऑक्साइड को कम किया जाए । तो इस नाइट्रोजन ऑक्साइड और नाइट्रोजन गैस में बदलने के लिए हम एडब्ल्यू जो की यूरिया और पानी का मिक्स होता है उसको इंजन से निकलने वाली गैस से रिएक्शन करवाते है , जिससे नाइट्रोजन ऑक्साइड अब नाइट्रोजन गैस और पानी में बदल जाता है।

BS (भारत स्टेज)

यह प्रदूषण नियंत्रण का मानदंड है जो की १९९० से चलता आ रहा है यह भारत सरकार के द्वारा जारी किया जाता है। यह मानदंड ये तय करता है की वाहनों से उत्सर्जित धुएं में पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाली हानिकारक गैस को कम किया जाए जिसके लिए वाहनों में नई तकनीक का इस्तेमाल जरूरी हो गया । अप्रैल २०२० के बाद आने वाले सभी वाहन BS 6 मानदंड पर ही आते है। हानिकारक उत्सर्जन कम करने के लिए पहले सिर्फ कैटेलिटिक कन्वर्टर का उपयोग होता था जो कार्बन मोनो ऑक्साइड को कार्बन डाइऑक्साइड में कन्वर्ट करता है ।   

Ad blue ( डीजल एक्जास्ट फ्लूइड)

AdBlue एक यूरिया और पानी से बना हुआ तरल है जिसको इंजन से निकलने वाली गैस में डाला जाता है इसको इंजन या इंजन के ईंधन में नही डाला जाता। इसका टैंक फ्यूल टैंक से अलग होता है तथा बहुत कम मात्रा में खपत होता है। इसका नाम एडब्लूई है परंतु यह एक बिना कलर का तरल है। जब डीजल इंजन से उत्सर्जित गैस निकलती है तो उसमे नाइट्रोजन ऑक्साइड होता है जो इस यूरिया से रिएक्ट कर के उसको नाइट्रोजन गैस में बदल देता है । और क्योंकि नाईट्रोजन गैस पर्यावरण को दूषित नही करती इसलिए एडब्ल्यू या यूरिया काम में लेकर प्रदूषण को कम किया जाता है ।



AdBlue is a colourless, non-toxic solution of urea and de-ionised water. It’s not actually blue at all.

 How it works

     it is injected into the hot exhaust gas stream, the water evaporates and the urea thermally decomposes[6] to form ammonia (NH
3) and isocyanic acid (HNCO):

(NH
2)
2CO → NH
3 + HNCO
The isocyanic acid reacts with the water vapor and hydrolyses to carbon dioxide and ammonia:

HNCO + H
2O → CO
2 + NH
3
Overall, thus far:

(NH
2)
2CO + H
2O → 2 NH
3 + CO
2
Ammonia, in the presence of oxygen and a catalyst, reduces two different nitrogen oxides:[7]

4 NO + 4 NH
3 + O
2 → 4 N
2 + 6 H
2O and
6 NO
2 + 8 NH
3 → 7 N
2 + 12 H
2O
The overall reduction of NO
x by urea is then:

2 (NH
2)
2CO + 4 NO + O
2 → 4 N
2 + 4 H
2O + 2 CO
2 and
4 (NH
2)
2CO + 6 NO
2 → 7 N
2 + 8 H
2O + 4 CO
2

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